राज्यपाल ने रज़ा लाइब्रेरी को भेंट की किताबें

 रामपुर - तरबियत वेलफ़ेयर सोसायटी के प्रबंधक फैसल खां लाला ने बताया कि राज्यपाल राम नाईक के जीवन पर आधारित किताब चरैवेते-चरैवेते अर्थात चलते रहो-चलते रहो जो कि उर्दू, हिन्दी, अरबी, फ़ारसी, सहित दस भाषाओं में लिखी गयी है उसका विमोचन भारत के राष्ट्रीपति, प्रधानमंत्री, मणिपुर की गवर्नर सहित कई महान हस्तियों और विद्वानों द्वारा किया गया है। उक्त किताबों का अरबी और फ़ारसी संस्करण महामहीम राज्यपाल एवं रज़ा लाइब्रेरी के अध्यक्ष राम नाईक ने राज़ लाइब्रेरी को भेंट किया है।
      फैसल लाला ने रज़ा लाइब्रेरी पहुँचकर राज्यपाल की ओर से भेजी गईं बेशक़ीमती और ऊर्जा से भरी किताबें रज़ा लाइब्रेरी के डायरेक्टर प्रोफेसर हसन अब्बास को भेंट की। प्रोफ़ेसर हसन अब्बास ने राज्यपाल का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर तालीम तरबियत वेलफ़ेयर सोसायटी के उपसचिव सिफ़त अली खान, कोषाध्यक्ष शिराज़ जमील खान, सदस्य मौहम्मद ज़फर मौजूद रहे।


 


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