राज्यपाल ने किया सम्मानित



उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज राजभवन में आयोजित एक भेंटवार्ता कार्यक्रम में आॅस्कर अवार्ड से सम्मानित लघु वृत्तचित्र ‘पीरियड एंड आॅफ सेंटंेस’ की निर्माता सुश्री गुनीत मोगा, कलाकार सुश्री स्नेह एवं सुश्री सुमन, सदस्य जिला पंचायत हापुड श्री कृष्णकांत सिंह को अंग वस्त्र, पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ की हिन्दी प्रति तथा ‘कुम्भ 2019 प्रयागराज’ की प्रति देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित, अपर मुख्य सचिव श्री राज्यपाल श्री हेमन्त राव, प्रमुख सचिव विधान सभा श्री प्रदीप दुबे, सुश्री मंदाकिनी कक्कड़, सुश्री सुलेखा सहित फिल्म निर्माण से जुड़े अन्य सदस्यगण व काठीखेड़ा ग्राम के निवासी भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने सुश्री स्नेह एवं सुश्री सुमन को अपने विवेकाधीन कोष से रूपये पचास-पचास हजार का पुरस्कार देने की बात कही। उल्लेखनीय है कि आॅस्कर अवार्ड से सम्मानित लघु वृत्तचित्र ‘पीरियड एंड आॅफ सेंटंेस’ हापुड जनपद के ग्राम काठीखेडा के किसान परिवार की दो बेटियों सुश्री स्नेह एवं सुश्री सुमन पर आधारित है।

राज्यपाल ने सुश्री स्नेह एवं सुश्री सुमन को स्वच्छता दूत सम्बोधित कर कहा कि फिल्म को आॅस्कर सम्मान मिलने से हापुड़ जिले की प्रतिष्ठा पूरे विश्व में बढ़ी है। इस प्रतिष्ठा को बनाये रखने की जिम्मेदारी काठीखेड़ा ग्राम के निवासियों की है। फिल्म निर्माण भावना से जुड़ा हुआ मामला है। सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिये कला की ताकत को माध्यम बनाने की आवश्यकता है। आॅस्कर सम्मान मिलना बड़ी बात मानी जाती है। भारत और उत्तर प्रदेश के लिये यह गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ता है तो देश का गौरव बढ़ता है। 

श्री नाईक ने कहा कि मासिक धर्म को लेकर, विशेषकर समाज के ग्रामीण क्षेत्र में भ्रांतियाँ हैं। ऐसे विषय पर लोग खुलकर बात करने से कतराते हैं और मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के साथ अलग व्यवहार किया जाता है। विज्ञान से यह सिद्ध हुआ है कि यह मात्र एक प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है। सेनेटरी पैड्स का निर्माण स्वच्छता से जुड़ा हुआ विषय है। समय बदला है महिलायें हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। दीक्षांत समारोह में यह प्रमाणित हुआ है कि महिलाएं शिक्षा के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी कुरीति को समाप्त करते हुये महिलाओं के साथ-साथ पुरूषों को भी जागृत करने की आवश्यकता है।

विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि भारतीय सिनेमा सदैव सामाजिक मुद्दे उठाने का कार्य करता है। अनेक निर्देशकों ने गरीबी, भूखमरी, सत्ता और सामाजिक सरोकार पर आधारित फिल्मों का निर्माण किया है, जिनके माध्यम से मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक समस्याओं को भी उठाया गया है। मासिक धर्म पर आज भी भारतीय समाज में बात करने में संकोच होता है। ऐसे विषय को समाज के सामने लाना वास्तव में एक प्रशंसनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि कला धर्म को राष्ट्र धर्म बनायें।

कार्यक्रम में फिल्म निर्माता सुश्री गुनीत मोगा ने लघु वृत्तचित्र ‘पीरियड एंड आॅफ सेंटंेस’ के बारे में विस्तार से बताया। सुश्री मोगा इससे पूर्व ‘लंच बाक्स’ और ‘मसान’ जैसी फिल्मों का भी निर्माण कर चुकी हैं। श्री कृष्णकांत सिंह सदस्य जिला पंचायत हापुड़ ने सुश्री स्नेह और सुश्री सुमन को राजभवन बुलाकर सम्मानित करने के लिये राज्यपाल का आभार भी व्यक्त किया।

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