लखनऊ - कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उ0प्र0 प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा पर अभद्र व अश्लील ट्वीट, शेयर और रिट्वीट के विरूद्ध उ0प्र0 महिला कांग्रेस अध्यक्ष (मध्य जोन) के शिकायती पत्र पर थाना कोतवाली बाजार खाला ऐशबाग लखनऊ में सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 67 (आपत्तिजनक इलेक्ट्रानिक सामग्री का प्रकाशन व स्थानान्तरण के विरूद्ध दण्ड) के तहत ‘अज्ञात’ के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता यशवन्त सिंह ने जारी बयान में कहा कि प्रियंका गांधी जी के सक्रिय राजनीति में उतर उत्तर प्रदेश पूर्वी का प्रभार संभालते ही राजनीतिक विरोध अभद्रता व अश्लीलता की जिस भाषा व कार्य को अपने अग्रिम मोर्चे को पहचान छिपा, लिखने व करने का जो दायित्व दिया है, वह राजनीति के निक्रिष्टतम स्वरूप का परिचायक है। भारतीय राजनीति, समाज व जीवन को प्रदूषित और मलीन करने वाली प्रवृत्तियां कौन हैं? कैसी हैं? क्यों हैं? और इन्हें प्रेरणा कहां से और कैसे मिलती है? इसकी पहचान आवश्यक और कानून के शासन की जरूरत है।
प्रवक्ता ने कहा कि ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता’ के भावभूमि भारत में नारी सम्मान विरूद्ध अभारतीय प्रदूषित विचारधारा की वाहक यह कुत्सित राजनीति व उसे मजबूत व प्रेरित करती व भारतीयता का पाखण्ड करती नेताओं की भाषा भारतीय राजनीति पर बदनुमा दाग के मानिन्द अपनी कालिमा और कलई के साथ देश व प्रदेश की राजनीति को न सिर्फ गरिमाहीन करती है बल्कि राजनीति में नारी प्रवेश व नारी सशक्तीकरण की संवैधानिक जिम्मेदारी को खण्डित करता है।
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