ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों के विकास हेतु कार्यशाला का आयोजन


 

लखनऊ: 06 मार्च, 2019 कैसरबाग स्थित निर्यात भवन में आज ओडीओपी के कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों से जुड़े नौ जिलोंके उत्पादों-औरैया-घी, बलरामपुर, गोंडा-दालें, प्रतापगढ़-आंवला, सिद्धार्थनगर-काला नमक चावल, हाथरस-हींग, फैजाबाद-गुड़, मुजफ्फरनगर-गुड़ तथा कौशाम्बी-केला के अलग-अलग योजनाओं पर वर्कशाप आयोजित की गयी, इसमें 100 से अधिक उद्यमियों द्वारा प्रतिभाग किया।

श्री सुधीर गर्ग, प्रमुख सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण तथा श्री के. रविन्द्र नायक, आयुक्त एवं निदेशक उद्योग, उ0प्र0 ने इन स्टेक होल्डर्स से सक्रिय संवाद किया। इस वर्कशाप में मंडी परिषद, पराग तथा अन्य विभागीय अधिकारियों ने अपनी योजनाओं की प्रस्तुति दी व विचार-विमर्श किया। कार्यशाला में विशेषज्ञों तथा उद्यमियों ने अपने विचार व्यक्त किये, इनमें प्रमुख रूप से डा. आर.पी. सिंह, निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, श्रीमती शबनम चोपड़ा, जी.एम. पराग, मो. अनाम, आवला उत्पादक, श्री नवीन कुमार कोहली, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, मण्डी परिषद, श्री आर.पी. त्रिवेदी, जी.एम. ज्ञान डेयरी, डा. एस.के. चैहान, निदेशक, आर-एफआरएसी, श्री सत्यप्रकाश रिशु, गुड़ उत्पादक, श्री अनवर, आईआईएसआर, डा. शशी शर्मा, प्रधानाचार्य, डीएवी पीजी कालेज, श्री वगिश कुमार, एवीपी एस बैंक तथा श्री सुरेन्द्र कुमार, हींग उत्पादक, हाथरस शामिल थे।

कार्यशाला में उत्पादों से जुड़े स्टेकहोल्डर्स ने वर्कशाप में अपने उत्पादों के विकास के संबंध में उपयोगी जानकारी प्राप्त की तथा योजनाओं का लाभ उठाने हेतु उत्सुकता व्यक्त की। घी उत्पादकों व गुड़ से जुड़े स्टेकहोल्डर्स ने अपनी-अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। सभी उद्यमियों तथा उत्पादों ने इस वर्कशाप को उपयोगी व ज्ञानवर्धक बताया। अधिकारियों द्वारा जनपद तथा उत्पाद की आवश्यकता अनुसार सी.एफ.सी. स्थापित करने हेतु अविलम्ब स्वीकृति प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। उद्यमियों की समस्याओं का समाधान करने हेतु जनपद स्तर पर सेमिनार कराये जाने के निर्देश दिये गये। एसएलबीसी व नाबार्ड की सभी योजनाओं की जानकारी उद्यमी तक पहुंचाने हेतु निर्देशित किया गया। जिन उद्यमियों को प्रशिक्षण की आवश्यकता है उनको ओडीओपी कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रशिक्षण प्रदान कराया जायेगा। खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित समस्त केन्द्र तथा राज्य सरकार की योजनाओं को लाभार्थी तक पहुंचाने का आश्वासन दिया गया। साथ ही यह भी आश्वासन दिया गया उद्यमी को ऋण उपलब्धता सभी बैंकों से समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित कराया जायेगा।

 

 


 


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