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मुश्किल है डगर इस बार अमरोहा के सांसद कवर सिंह तवर की



अमरोहा - 2014 में मोदी लहर के सहारे अमरोहा संसदीय छेत्र से पार्लियामेंट पहुंचे चौधरी कंवर सिंह तंवर अब फिर एक बार अपनी किस्मत आजमाने को तैयार ज़रूर है हालांकि शीर्ष नेतृत्व से अभी हरी झंडी नही मिली है लेकिन चौधरी कंवर सिंह तंवर कोई भी रास्ता छोड़ना नही चाहते इसलिये लोगो को घर घर इलाज देने के लिये उनकी एम्बुलेंस फिर से सड़कों पर दौड़ती नज़र आ रही है हांलाकि इस बार लोगो का रुझान कुछ बदला सा नज़र आ रहा है क्योंकि अब छेत्रिय चेहरे की मांग ज़ोर पकड़ने लगी है क्योंकि सांसद भले ही खुद विकास के कितने ही दावे करते हो लेकिन तस्वीर आज भी वही है जो कैमरे में नज़र आ रही है टूटी सड़के टूटी नालियां सड़को पर पसरी कीचड़ जगह जगह कूड़े कचरे के ढेर अमरोहा में अगर हम किसी भी गांव की तरफ नज़र दौड़ाये तो ज़्यादा तर की हालत एक जैसी ही है। चकन वाला  जो कि सांसद का गोद लिया हुआ गांव है उसके निवासी कवई लाल बताते है कि सांसद ने अपने गोद लिए हुए गांव की तरफ़ भी कभी रुख़ नहीं किया गांव की सड़के टूटी हुई है और कीचड़ और गन्दे पानी से भरी हुई है।  


       अमरोहा में 5 साल में कोई ज़्यादा फर्क नज़र नही आया  जैसा कि सांसद की तरफ से दवा किया जा रहा है सबसे बड़ी शिकायत लोगो को यह है कि सांसद उनके गांव में  आते ही नही हालांकि झनकपुरी में सांसद ने ज़रूर अपना फार्म हाउस बनाया है लेकिन वहाँ भी वो कब आकर चले जाते हैं ये लोगो को पता भी नही चलता ज़्यादा तर लोगो का तो बस यही कहना है कि हमने तो सांसद जी को बस पोस्टरों में ही देखा है या अखबारों में उनके बयान पढ़े है लेकिन उनसे बात कभी नही हो सकी लोगो का तो यह भी कहना है कि छेत्र के रसूख दारों के पास ज़रूर उनके नंबर हो लेकिन किसी गरीब की तो उनसे बात भी आसानी से नही हो सकती इसलिये यह कहना गलत नही होगा कि इस बार सांसद की डगर अमरोहा से आसान नही होगी। 



                               


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