लोकसभा चुनाव में गठबंधन की अप्रत्याषित विजय होगी : डाॅ0 मसूद अहमद
राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि देष के विकास के नाम पर थोथा प्रलाप करने वाली भाजपा अब लोकसभा चुनाव में विकास का मुददा छोडकर राष्ट्रवाद का झूठा मुखौटा दिखाने का प्रयास कर रही है। जिन कर्णधारों ने देष को अपनी नीतियों के फलस्वरूप दस साल पीछे ढकेल दिया हो वहीं लोग छदमवेष धारण करके राष्ट्रवादी बनने का असफल प्रसास कर रहे हैं।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि 5 साल तक सीमा पर धीरे धीरे करके हजारों लोग शहीद होते रहे और देष के स्वयंभू कर्णधार कहलाने वाले लोग विदेषों मे भ्रमण करते रहे और देष का हजारों करोड रूपया विदेष घूमने के बहाने बर्बाद होता रहा। ताजुब है कि पांच साल तक ये देषभक्ति कहां सोती रही। वास्तविकता यह है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जिन घोषणाओं पर वोट ले करके सरकार बनाई उनमें से एक भी घोषणा पत्र अमल नहीं हो सका। अयोध्या के राम मन्दिर से लेकर निर्मल गंगा परियोजना के साथ साथ प्रतिवर्ष 2 करोड नौकरियां और विदेषों का कालाधन 100 दिन में वापस लाने और प्रत्येक नागरिक के खाते में 15-15 लाख भेजने के नारे और प्रलोभन धरे के धरे रह गये। चुनावी वर्ष में उ0प्र0 में सपा बसपा रालोद के गठबंधन से हार का रास्ता देखकर भाजपा ने राष्ट्रवाद की शरण लेना प्रारम्भ किया है।
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि आसन्य लोकसभा चुनाव में गठबंधन की अप्रत्याषित विजय होगी क्योंकि उ0प्र0 में विगत 4 उपचुनावों में गठबंधन ने भाजपा के बडे बडे किले ध्वस्त कर दिये हैं। उ0प्र0 की जनता ने चै0 चरण सिंह, डाॅ0 भीमराम अम्बेडकर एवं डाॅ0 राममनोहर लोहिया के सिद्वान्तों पर चलने वाले दलों के पक्ष में मतदान करने और भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प कर लिया है।
टिप्पणियाँ