सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

भाजपा में शामिल हुए कई दलों के नेता



लखनऊ -, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने आज समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के कई प्रमुख नेताओं को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। डा0 पाण्डेय ने देवरिया जिले के भाटपार रानी से बसपा के पूर्व प्रत्याशी सभाकुॅवर कुशवाहा को भाजपा का पट्किा पहनाकर भाजपा परिवार में शामिल किया। गोरखपुर की पिपराइच विधानसभा से सपा के पूर्व प्रत्याशी अमरेन्द्र निषाद तथा पिपराइच से सपा की पूर्व विधायक श्रीमती राजमती निषाद अपने सैकड़ो समर्थको के साथ भाजपा परिवार में शामिल हुई।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि देश के इतिहास में सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस आज एजेण्डा विहीन परिवारिक पार्टी बन कर रह गई है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि लोहिया जी, आचार्य नरेन्द्र देव जी के नाम पर बनी शोसलिस्ट पार्टी एक परिवार की पार्टी बनकर रह गई और वो भी पट्टीदारी की तरह बट गई हैं। उन्होंने कहा कि दलितो ंऔर गरीबो के नाम पर सियासत करने वाली बहुजन समाज पार्टी आज दौलत मंदो की पार्टी बन गई है। इस देश में प्रदेश में व अन्य राज्यों का दुर्भाग्य है कि लोकतंत्र की बात करते-करते लोग अपने परिवार के लोगों को सांसद-विधायक बनाने लग गये है और अब पार्टियों में उत्तराधिकार चलने लगा। आज ऐसे सभी दलों से अलग समाज के सभी वर्गो का प्रतिनिधित्व करते हुए चुनाव आयोग की शर्तो के मुताबिक उन पर अमल करने वाली अगर कोई पार्टी है तो वह भारतीय जनता पार्टी है। मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व भारत को विश्व में एक नई पहचान मिली है। भारत का गौरव विश्व में बढ़ा है। सबका साथ-सबका विकास की नीति से प्रभावित होकर समाज के सभी वर्गो का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न दलो के वरिष्ठ पदाधिकारी, नेता, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक भाजपा ज्वाईन कर रहे है। 
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष जसवंत सिंह सैनी, प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर, गोविन्द नारायण शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाजपेयी एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित उपस्थित रहे।


 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...