अमरोहा - जनपद के गजरौला में एसओजी की टीम ने गजरौला थाना पुलिस के साथ मिलकर नकली रसगुल्ले बनाने वाले माफियाओं के ठिकानों पर छापेमारी की है और गजरौला के सुल्तान नगर मोहल्ले से चार घरों में नकली रसगुल्ले बनाने की फैक्ट्री पकड़ते हुए 12 कुंटल नकली रसगुल्ले बरामद किए हैं और भारी मात्रा में रसगुल्ले बनाने का सामान व उपकरण बरामद हुए है जी हाँ आप जिस रसगुल्ले को खाते हैं वह आपकी जान भी ले सकता है क्योंकि आप मार्केट में असली नहीं बल्कि नकली रसगुल्ला का एक बड़ा जखीरा मौजूद है जो आपको अंदाजा लगाएं बिना आपके घर तक पहुंच जाता है हम आपको बताते हैं यह रसगुल्ले कहां बनते हैं आज एसओजी टीम ने गजरौला थाना पुलिस के साथ मिलकर गजरौला नगर के मोहल्ला सुल्तान नगर में चल रही अवैध रसगुल्ला फैक्ट्री का खुलासा कर दिया और सुल्तान नगर के चार घरों से रसगुल्ला बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है जिसके तहत पुलिस ने 12 कुंटल बने हुए नकली रसगुल्ले बरामद किए हैं जबकि भारी मात्रा में रसगुल्ले बनाने का सामान भी बरामद हुआ है और पुलिस ने रसगुल्ले बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी अपने कब्जे में ले लिए हैं पुलिस की मानें तो काफी लंबे समय से चल रहा था लेकिन इसमें कोई जानकारी न होने पर कार्यवाही नहीं हो पा रही थी लेकिन आज होली के त्यौहार पर सटीक सूचना मिली और छापेमारी की गई जिसके बाद भारी मात्रा में 12 कुंटल नकली रसगुल्ले बरामद हो गए हैं और बाकी की अभी कार्रवाई जारी है पुलिस ने इस मामले में खाद विभाग की टीम को सूचना दे दी जिसके बाद खाद विभाग की टीम ने बरामद रसगुल्ला का सैंपल लिया और लेफ्ट भेज दिया फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस अभी और गंभीर दिखाई दे रही है और पुलिस अपने हिसाब से कार्रवाई करने में लगी है हम आपको बता दें कि यह सारी लापरवाही और यह सारी मिलीभगत खाद विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की है क्योंकि इतनी बड़ी तादात में काम हो रहा है और इसकी जानकारी खाद विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को नहीं है ऐसा हो नहीं सकता इसलिए यह कहना बेमानी नहीं होगा खाद विभाग थोड़े से पैसों के लालच में आपके जीवन के साथ खिलवाड़ करने में लगा है
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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