सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अमरोहा : शायर वली हैदर की किताब का हुआ विमोचन


 



अमरोहा, शायर वली हैदर की किताब 'मदीनतुल इल्मÓ का विमोचन इमाम जुमा वल जमात डा.मौलाना सैय्यद मोहम्मद सियादत नकवी ने किया। रविवार को बज्मे सादेकैन की ओर से शहर के मोहल्ला बगला स्थित अजाखाने में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुरूआती दौर में नामवर शायरों ने नातिया व मनकबती कलाम पेश किया। शायर शाने हैदर बेबाक अमरोहवी ने कहा कि लंबे अरसे से वली अमरोहवी शायरी कर रहे हैं। अदबी महफिले उनकी गैरमौजूदगी से अधूरी नजर आती हैं। वली अमरोहवी की शायरी में अमरोहा की रिवायत का अक्स दिखता है। किताब का विमोचन करते हुए इमाम जुमा वल जमात डा.सैय्यद मौलाना सियादत नकवी ने कहा कि वली अमरोहवी की शायरी फनी तकाजों पर एकदम खरी उतरती है। मदीनतुल इल्म में उन्होंने आले मोहम्मद से अकीदत और मोहब्बत का इजहार किया है। इस दौरान मसूद जुबैरी, जावेद इकबाल, हसन इमाम ,पंडित भुवन अमरोहवी, जुबैर इब्ने सैफी, लियाकत अमरोहवी, अहमद रजा फराज, मिर्जा साजिद, समर मुज्तबा, वसीम अब्बास, डा.जमशेद कमाल, शाने हैदर, शाहनवाज कुरैशी, डा. मिस्बाह अहमद सिद्दीकी, शादाब अमरोहवी ने भी अपना-अपना कलाम पेश किया। कार्यक्रम का संचालन शायर डा. लाडले रहबर ने किया तथा आभार रामिश वाली ने जताया। कौसर अली अब्बासी, सिब्ते जमाल,वासीम हैदर नकवी, अमीर उद्दीन अल्वी, डा.जिया उल बदर, हकीम सैय्यद मोहम्मद,हम्माद खां,खलील मुज्तबा,मुराद अली खां,मोहज्जब अली,शैदा अली, रजन अस्करी व डा. सादिक वगैरह मौजूद थे।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...