अमरोहा, कौमी काउंसिल बराए फरोग उर्दू जुबान व हुमायूं परवेज एजुकेशनल सोसाइटी की ओर से शहर के एचपी इंटर कालेज में रविवार को 'बच्चों की तालीम और मादरी ज़बान उर्दूÓ पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार की शुरूआत मौलाना मोहम्मद आसिफ ने तिलावते कलामे पाक से की। असलम बकाई व जुबैर इब्ने सैफी ने नात शरीफ पेश की। बतौर अतिथि जामिया हमदर्द की प्रोफेसर समीना बानो और दिल्ली से आए अकबर अली ने नई नस्ल को उर्दू से जोड़ने पर जोर दिया। कहा कि उर्दू ऐसी ज़बान है, जिसे उस्ताद की जरूरत नहीं है। क्योंकि, हिंदुस्तान में उर्दू आम बोलचाल में इस्तेमाल होने वाली ज़बान है। हुमायूं परवेज व मौलाना मोहम्मद हनीफ ने कहा कि बच्चों को उर्दू की अहमियत समझानी होगी, वरना वो दिन दूर नहीं जब उर्दू अपने माहौल में ही बेगानी ज़बान हो जाएगी। डा.सरफराज अली, आदिल अब्बासी, डा.मिस्बाह अहमद सिद््दीकी, मोहम्मद असलम, मास्टर महताब अली, खालिद सिद्दीकी, मास्टर अतीक साहब,जेबा अशहर आदि ने भी उर्दू ज़बान को लेकर अपने-अपने ख्यालात का इजहार किया। सेमिनार की अध्यक्षता डा.इंतेजार हुसैन और संचालन कैसर मुज्तबा ने किया। यहां सलीम अहमद, मास्टर मेराज उद्दीन, इंजीनियर काशिफ, चरन सिंह, शाहीन, फात्मा हुमायूं आदि मौजूद रहे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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