अमरोहा, हजरत अली की यौमे पैदाइश यानि अली डे पर होने वाला हैदरी लंगर अब 21 मार्च के बजाय 20 मार्च को होगा। होली के मद्देनजर आयोजकों ने ये फैसला लिया है। शनिवार को हुई एक बैठक में ये फैसला लिया गया। कासिम आब्दी ने बताया कि 21 मार्च को होली है और इसी दिन अली डे भी, ऐसे में बाजार और विभिन्न मोहल्लों में रंग खेला जाएगा। इसलिए इस दिन लंगर का आयोजन थोड़ा मुश्किल होगा। लिहाजा, बाजार लकड़ा में होने वाले लंगर का आयोजन अब 20 मार्च को किया जाएगा। श्री आब्दी ने बताया कि अली डे के लंगर में राहगीरों के लिए शरबत की सबील लगाई जाएगी तथा गरीबों के लिए खाने की व्यवस्था भी होती है। दीगर लोगों ने कहा कि हिंदू हो या मुस्लिम, इस सरजमीन की खासियत है कि सारे लोग एक-दूसरे के त्योहार मिलजुल कर मनाते हैं। इसी रिवायत को बरकरार रखने के लिए लंगर का आयोजन एक दिन पहले किया जा रहा है। इस दौरान परवेज हैदर, शबन परवेज, अली नकवी, अशरफ फराज, हैदर रजा, हकीम सुहैल, मास्टर नदीम, लारेब हैदर आदि समेत एहले मोहल्ले के लोग मौजूद रहे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ