तेल से मालामाल सऊदी अरब, जानिए इस देश से जुड़ी खास बातें
नई दिल्ली: सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद भारत दौरे पर हैं. सऊदी युवराज (Saudi Crown Prince) और प्रधानमंत्री मोदी के बीच शीर्ष स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता हुई. इस वार्ता के बाद सऊदी अरब और भारत के बीच 5 समझौते हुए हैं. भारत और सऊदी अरब के बीच ऊर्जा, टूरिज्म सेक्टर और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए करार हुआ है. प्रसार भारती और सऊदी अरब (Saudi Arabia) के बीच प्रसारण साझा करने और इंटरनेशनल सोलर अलायंस के क्षेत्र में भी समझौता हुआ है. सऊदी युवराज ने साझा बयान में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हम भारत के साथ खुफिया जानकारी बांटने समेत हर कदम पर सहयोग करेंगे. बता दें कि सऊदी अरब और भारत की दोस्ती कई मायनों में खास है. तेल से मालामाल सऊदी अरब में दुनिया भर के कामगार काम के लिए आते हैं. सउदी अरब मध्यपूर्व में स्थित एक मुस्लिम देश है. यह मध्यपूर्व का सबसे श्रेष्ठ देश है. यह विश्व के अग्रणी तेल निर्यातक देशों में गिना जाता है. सउदी अरब के पश्चिम की ओर लाल सागर है और उसके पार मिस्र है. आइये जानते हैं सऊदी अरब के बारे में..
- सऊदी में इस्लाम के प्रवर्तक मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था. सऊदी में इस्लाम के दो सबसे पवित्र स्थल मक्का और मदीना हैं. मक्का मदीना पूरी दुनिया के मुसलमानों के लिए बहुत बड़ा पवित्र तीर्थ स्थल है.
- सऊदी अरब खूबसूरत जगहों वाला देश है. यहां देखने और घूमने के लिए एक से बढ़कर एक जगहें हैं. यहां मादाइन सालेह की नेचुरल ब्यूटी से लेकर बॉर्डर पर मौजूद कलरफुल सिटी नजरान घूमने फिरने के लिए शानदार है. सऊदी अरब के मक्का में बनी अल मस्जिद अन नबावी के बार में कहा जाता है कि इसे पैगंबर मोहम्मद साहब ने स्थापित किया था.
- सऊदी अरब में 95 फीसदी जमीन रेतीली है. सऊदी अरब में कोई नदीं नहीं है. साउदी अरब में पानी से सस्ता तेल है.
- 2018 की जनगणना के अनुसार सऊदी अरब की जनसंख्या 3 करोड़ से ज्यादा है. सऊदी में महिलाओं के वाहन चलाने पर प्रतिबंध था, लेकिन लंबे संघर्ष के बाद अब यहां की महिलाएं वाहन चला रही हैं. बता दें कि सऊदी में पहले महिलाएं वोट नहीं दे सकती थी, लेकिन लंबे संघर्ष के बाद यहां निकाय चुनाव में महिलाओं को वोटिंग और चुनाव लड़ने का अधिकार मिला था.
- सऊदी की करेंसी रियाल है, जो कि 18.97 भारतीय रुपये के बराबर है.
- सऊदी अरब (Saudi Arabia) में कोई संविधान नहीं है. यहां शरिया कानून है. कहा जाता है कि शरिया कानून बाकी कानूनों से सख्त है. इस कानून के तहत यहां कई उन अपराधों में भी मौत की सजा का प्रावधान है जिन्हें दूसरे कई देशों में गंभीर अपराध नहीं माना जाता है.
- सऊदी अरब में 80 फीसदी काम करने वाले लोग विदेशी हैं जो ज्यादातर गैस और तेल के क्षेत्र में काम करते हैं.
- सऊदी अरब की जीडीपी 786 अरब डॉलर (2017) है. इस देश की जीडीपी में सबसे बड़ा योगदान यहां के तेल भंडारों का है.
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