लखनऊ। राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद भारत सरकार के सहयोग से लखनऊ विश्वविद्यालय के जेके सभागार में आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री व शिक्षाविद मौलाना आजाद के शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में किए गए योगदान पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने मौलाना आजाद को शिक्षा के साथ साथ ही संस्कृति के विकास के लिए भी संजीदा बताया। मौलाना आजाद अदबी खिदमात विषय पर आयोजित सेमिनार में लखनऊ विवि के समाज कार्य संकाय के विभागाध्यक्ष गुरनाम सिंह ने भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान, आई टी और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना का श्रेय मौलाना आजाद को दिया। पूर्व राज्य सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान ने कहा कि मौलाना ने मुसलमानों को क्रांतिकारी आंदोलनों के प्रति उत्साहित करने के साथ ही हिंदू मुस्लिम एकता पर बल दिया। मौलाना आजाद मेमोरियल एकेडमी के महासचिव अब्दुल कुददूस हाशमी, पत्रकार हसीब सिद्दीकी, संस्थान प्रमुख प्रदीप शुक्ल ने संबोधित किया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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