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समाजवादी पार्टी के नेता एवं उत्तर प्रदेश विधान सभा के नेता, विरोधी दल राम गोविन्द चौधरी ने बजट पर कहा

समाजवादी पार्टी के नेता एवं उत्तर प्रदेश विधान सभा के नेता, विरोधी दल श्री राम गोविन्द चौधरी जी ने कहा कि दिनॉक 07.02.2019 को विधान सभा में भाजपा सरकार द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2019-20 के बजट से प्रदेश के किसानों, बेरोजगार नौजवानों और कर्मचारियों को कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। सरकार ने विगत वर्ष से 12 प्रतिशत बढ़ाकर 04 लाख 79 हजार 701 करोड़ 10 लाख का बजट रखा है लेकिन बढ़ती मंहगाई और मुद्रास्फीति की दर से अगर देखें तो यह ऊँट के मुंह में जीरा ही साबित होगासरकार पिछले बजट को खर्च नहीं कर सकी है सभी योजनाएं आधी-अधूरी है। यह मारत सरकार की योजनाओं का बखान मात्र है। अर्द्धकुम्भ का नाम बदलकर कुम्भ करके कुम्म अर्द्धकुम्भ का नाम बदलकर कुम्भ करके कुम्म के पौराणिक इतिहास को बदलने वाली भाजपा सरकार ने कुम्भ का बखान बजट में किया है। जबकि समाजवादी पार्टी की सरकार ने सांस्कृतिक, ऐतिहासिक विरासत की महानता को अक्षुण रखते हुए इससे अच्छा आयोजन कराया था। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी लन्दन में बुलाकर हमारे मा0 मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी और नगर विकास मंत्री श्री आजम खां साहब को बुलाकर सम्मानित किया गया था उसी का परिणाम है जो आज कुम्भ को यूनोस्को में जगह मिली है जिस पर भाजपा मैट्रो उद्घाटन की तरह अपना ठप्पा लगाकर ताल ठोक रही है। भाजपा सरकार किसानों को स्कूल कार्यक्रम और कृषि कुम्भ के आयोजनों से किसानों की आय दो गुनी करने की बात कह रही है। भण्डारण व्यवस्था करने की बात कह रही है। सस्ती खाद बीज, मुफ्त सिंचाई/बिजली के लिए व्यवस्था नहीं है जब उपज बढ़ेगी तभी तो आय दोगुनी होगी, भण्डारण होगा। बेरोजगारी दूर करने के लिए कहा गया कि आई0टी0 पाक में 15 हजार, इन्वेस्टर्स समिटि से 1.5 लाख लोगों को रोजगार दिया। इसकी सच्चाई सभी के सामने है इससे तो बेरोजगारों का कल्याण होने वाला नहीं है। चिकित्सालयों की हालत खराब है दवाएं है नहीं, वेन्टीलेटर है नही, स्ट्रेचर तक नहीं है, चिकित्सक की जगह निम्न कर्मचारी दवा दे रहे है परन्तु बजट में कोई जगह नहीं दी गयी है। राज्यपाल के अभिभाषण में कहा कि प्रदेश के 75 जिले खुले में शौच से मुक्त हो गये अब बजट में कह रहे है यह सर्वे 2012 के हिसाब से है । यह कम्प्यूटर पर ही कार्य प्रारम्भ और समाप्त करने वाला बजट है। पी0आर0डी0 जवानों, शिक्षा मित्रों, आंगनवाणी कार्यकत्रियों, आशा बहुओं, राज्य कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं है यह बजट केवल जनता को भ्रमित करने वाला चुनाव स्टंट है, गरीब, किसान, बेरोजगार कर्मचारी, अनुसूचित जाति, और पिछड़ी जाति विरोधी है।


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