सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

राजभवन की खूबसूरती देख अभिभूत हुये आगन्तुक


फूलों के मौसम में राजभवन के उद्यान आमजन हेतु खोले जाने के पश्चात् आज प्रथम दिवस में आगुन्तकों ने उद्यानों का भ्रमण किया तथा जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल श्री राम नाईक द्वारा आमजन हेतु राजभवन उद्यान प्रतिदिन 3.30 बजे से सायं 5.00 बजे तक खोले जाने की घोषणा की पश्चात् आज प्रथम दिवस पर राजभवन पहुंचकर बड़ी संख्या में लोगों ने अपना उत्साह प्रकट किया।

राजभवन आने वाले आगुन्तकों ने मुख्य प्रांगण के समक्ष स्थित सफेद संगमरमर की बारादरी, मुख्य भवन के समीप लाॅन में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतीक चिन्ह (लोगो) के आकार के सुन्दर फव्वारे, गुलाब वाटिका, कैक्टस हाउस तथा विभिन्न प्रकार के दुर्लभ औषधीय पौधों की धन्वन्तरि वाटिका और राजभवन के उद्यान देखें। आगुन्तक राजभवन की हरियाली एवं शांत वातावरण को देख अभिभूत हुये तथा अपने परिजनों सहित फोटोग्राफी भी की।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने फूलों के मौसम में राजभवन के उद्यान को आम आगन्तुकों के लिये दिनांक 25 फरवरी से 11 मार्च, 2019 तक प्रतिदिन अपरान्ह 3.30 बजे से सायंकाल 5.00 बजे तक खोले जाने के निर्देश दिये हैं। राजभवन में प्रवेश करने के लिये सुरक्षा की दृष्टि से आगन्तुकों को अपना फोटोयुक्त पहचान पत्र साथ में लाना अनिवार्य है। फोटोयुक्त पहचान पत्र दिखाने के पश्चात् ही आगुन्तक राजभवन के गेट नं0 3 (तोप वाले गेट के बगल) से प्रवेश कर सकेंगे।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...