पूर्व सांसद देवेंद्र नागपाल को मंच पर ढूंढती रही समर्थकों की निगाहें


2009 में अमरोहा की लोकसभा सीट भाजपा गठबंधन की झोली में डालने वाले देवेंद्र नागपाल का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं  कम से कम अमरोहा की राजनीति में एक धुरी की हैसियत में रह चुके देवेंद्र नागपाल ने रालोद के टिकट पर अमरोहा की लोकसभा सीट भाजपा गठबंधन की झोली में डाली थी  वह विधायक रहे हैं।  उनकी पत्नी अंशु नागपाल आज भी गजरौला से नगर पालिका अध्यक्षा हैं। 

   लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही एक बार फिर फॉर्म में खेल रहे देवेंद्र नागपाल  जेपी नगर से भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं भले जिला जेपी नगर में उनका राजनैतिक कद किसी से कम नहीं लेकिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की गजरौला दौरे में मंच पर उनका मौजूद  ना होना समर्थकों को खल गया । हजारों की तादाद में जिले भर से इकट्ठा हुए देवेंद्र नागपाल के समर्थकों की निगाहें उन्हें तलाश रहीं थीं। 

 

2014 में बाहरी उम्मीदवार के रूप में अचानक अमरोहा की राजनीति में आए कंवर सिंह तवर भाजपा का टिकट पा कर सांसद बन गए। इस के बाद देवेंद्र नागपाल ने नोगावा पर फोकस किया और विधायकी के लिए जमीन तैयार करना शरू की लेकिन इस बार भी किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और चेतन चौहान ने नोगावां सादात से भाजपा के टिकट पर दावेदारी ठोंक दी, टिकट पाया और विधायक ही नही प्रदेश सरकार में मंत्री भी बन गए। 

राजनीत के समंदर में डोलते हुए राजनीतिक दबदबे को तिनके का सहारा दिया उनकी पत्नी अंशु नागपाल ने जो गजरौला नगर पालिका परिषद की अध्यक्षा बनी ।  एक बार फिर देवेंद्र नागपाल सियासी दंगल के लिए लंगोट कस रहे हैं और जे पी नगर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं। ऐसे में उनके समर्थक हर कीमत पर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के साथ मंच पर देखना चाहते थे 



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