मौनी अमावस्या स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किये
हैं। मेले में श्रद्वालुओं/स्नानार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिये मेला प्रशासन पूरी तरह सजग
और सतर्क है तथा हर स्थिति पर पैनी नजर रखे हुये है। श्रद्वालुओं की सुविधा व सुरक्षा को लेकर लगातार माइक्रो
लेविल पर तैयारियों की समीक्षा की गयी है तथा रिहर्सल भी किया गया है। रेलवे , चिकित्सा, सुरक्षा, बस अडडों आदि
स्थलों का निरीक्षण किया गया है। अखाडों व संत-महात्माओं के साथ समन्वय व सामंजस्य बनाकर शाही स्नान कराया
जाएगा। कहीं पर किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न होने पाये, इसके लिये कुम्भ मेला व जिला प्रशासन जल,
थल और नभ से निगरानी करते हुये सजग है। यह जानकारी कुम्भ मेला क्षेत्र के काली सडक पर बने राष्ट्रीय मीडिया सेन्टर में प्रेस वार्ता करते हुये
प्रयागराज मण्डल के कमिश्नर डा0 आशीष कुमार गोयल ने दी। उन्होंने कहा कि दिव्य कुम्भ व भव्य कुम्भ का
सकारात्मक संदेश पूरे विश्व में जा रहा है। इस संदेश से प्रयागराज का स्वरूप बदलेगा और रोजगार के साधन भी
बढ़ेगा । प्रयागराज के लोग इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि हेलीकाप्टर से एडीजी व आईजी के साथ
मेला का भ्रमण किया गया है। कन्ट्रोल रूम के साथ आपदा प्रबंधन की लगातार बैठकें की जा रही हैं और व्यवस्था को
मुकम्मल स्वरूप प्रदान किया गया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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