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मकर संक्राति से माघी पूर्णिमा तक स्नानार्थियों की संख्या 20 करोड 54 लाख हुई


कुम्भ मेला-2019 के माघी पूर्णिमा पर्व पर कुम्भ नगरी में स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। सभी स्नानार्थियों ने 8 किमी के दायरे में बने 40 से अधिक स्नान घाटों पर बड़ी सरलता एवं सहजता, बिना किसी व्यवधान के स्नान, दान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। माघ महीने के इस अन्तिम प्रमुख स्नान पर्व को लेकर मेला प्रशासन ने व्यापक इंतजामात किये थे। मेला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके अनुमान से भी अधिक लगभग 01 करोड 25 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ स्नान कर अपने गन्तव्य को प्रस्थान किया। मेलाधिकारी ने बताया है कि मकर संक्रातिसे आज केमाघी पूर्णिमा के स्नान तक 20 करोड 54 लाख श्रद्वालुओं ने पवित्र कुम्भ में स्नान किया है। माघी पूर्णिमा का स्नान कल्पवासियों के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण माना गया है। आज के दिन कल्पवासी संगम में स्नान कर अपना विधि-विधान से कल्पवास का संकल्प पूर्ण करते हैं। मेले में आज आने वालों की भीड़ लगी रही। वहीं अरैल घाट, संगम नोज, किला घाट, सरस्वती घाट, नागवासुकी घाट, शास्त्री ब्रिज सहित अन्य घाटों पर स्नानार्थियों की भीड का लगातारआवागमन बना रहा। पुलिस प्रशासन द्वारा सभी घाटों पर जहाॅ पुलिस बल की तैनाती की गयी थी, वहीं आला अधिकारी स्नान घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए निगरानी करते रहे और अपने मातहतों को दिशा-निर्देश देते रहे। पुलिस की सहयोगात्मक कार्यशैली से स्नानार्थियों/श्रद्वालुओं को बडा सहयोग मिला। होमगार्ड के जवान, वालंटियर्स आदि भी स्नान घाटों से लेकर इन्ट्री प्वाइंट और प्रमुख चैराहों पर स्नानार्थियों का व्यापक सहयोग करते रहे।

कुम्भ स्नानार्थियों को स्नान घाटों तक पहुॅचाने के लिए यातायात व्यवस्था के भी व्यापक प्रबन्ध किये गये थे। स्नान उपरान्त उन्हें अपने गन्तव्य तक पहुॅचाने के उद्देश्य से विभिन्न माध्यमों द्वारा बस व ट्रेनों की निरन्तर जानकारियाॅ श्रद्वालुओं को उपलब्ध करायी जाती रहीं। देर शाम तक स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं के आने का तांता लगा रहा। जल पुलिस द्वारा भी लगातार निगरानी की जाती रही। आज मंन्दिरों में भी काफी भीड रही। लेटे हनुमान मन्दिर में दर्शनार्थियों की भीड देखते ही बन रही थी। आज के इस स्नान में सेना और पैरामिलेट्री के जवान भी मुस्तैद रहे। समाचार लिखे जाने तक स्नान सकुशल चलता रहा, कहीं से किसी भी तरह की अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं प्राप्त हुई।भूले भटके केन्द्रों पर अपनों से बिछड़े परिजनों को मिलाने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा की व्यवस्थानुसार लोगों को उनके परिजनों से मिलाया गया।

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