लखनऊ, बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक देने पर सरकार की तीव्र आलोचना करते हुये कहा कि यह अति-निन्दनीय राजनीतिक द्वेष से प्रेरित सरकारी कदम है तथा बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या का प्रतीक भी है। सुश्री मायावती जी ने आज अपने बयान में कहा कि क्या बीजेपी की केन्द्र व राज्य सरकार बी.एस.पी. व सपा गठबंधन से इतनी ज़्यादा भयभीत व बौखला गई है कि अब वह उन्हें अपनी राजनीतिक गतिविधि व पार्टी प्रोग्राम आदि करने पर भी रोक लगाने पर वह तुल गई है। यह अति-दुर्भाग्यपूण है। ऐसी अलोकतांत्रिक कार्रवाईयों का हर स्तर पर जरूर डट कर मुकाबला किया जायेगा। वास्तव में बीजेपी सरकार धर्म के साथ-साथ कुंभ का भी राजनीतिक तौर पर अपहरण करके इसको भी चुनावी स्वार्थ के लिये ज्यादा से ज्यादा भुनाने का प्रयास करने में लगी हुई लगती है और इसीलिये लोग काफी आशंकित भी हैं। श्री अखिलेश यादव को प्रयागराज नहीं जाने देने की कार्रवाई स्पष्टतः इसी प्रयास का ही परिणाम लगता है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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