लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोकसभा चुनाव-2019 में सपा-बसपा गठबंधन की जीत का माहौल बनाने में जुट जाएं। जो भी प्रत्याशी घोषित हो उसका पूरी निष्ठा और एकजुटता से समर्थन और सहयोग करें। श्री यादव ने कहा है कि हमें हर बूथ पर संघर्ष करना है। हर बूथ पर जीत हासिल करनी है। भाजपा षडयंत्रकारी पार्टी है। समाज में फूट डालने और समाज में जह़र फैलाने में उसको महारत हासिल है। लोगों को बहकाने और भटकाने की कला में वह दक्ष है। हर समाजवादी कार्यकर्ता को भाजपा की साजिशों के खिलाफ लोगों को जागरूक करना है और जनता के बीच भाजपा का पर्दाफाश भी करना है। पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भाजपा ने देश को बर्बाद कर दिया है। किसान बेहाल है। उसका न तो कर्ज माफ हुआ है और नहीं उसकी आय दुगनी हुई है। पांच साल के अंदर 50 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके है। नौजवानों के लिए दो करोड़ नौकरियां देने का भाजपा का वादा कोरा वादा ही साबित हुआ है। नौजवानों के लिए नौकरियों के रास्ते बंद हो गए हैं। नोटबंदी और जीएसटी से व्यापार चैपट है। कई उद्योग बंद हो गए हैं। बेकारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भाजपा राज में देश की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है। मंहगाई की मार से लोग त्रस्त है। भ्रष्टाचार में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछड़ों, गरीबों, दलितों के प्रति भाजपा का रवैया पूर्णतया संवेदनहीन है। आरक्षण समाप्त करने की साजिशें हो रही हैं। देश की 60 प्रतिशत धन दौलत केवल 9 परिवारों के पास पहुंच गई है। समाज का हर वर्ग असंतुष्ट और आक्रोशित है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि जनता भाजपा की कुनीतियों से ऊबी हुई है। अब तक न तो उसके वादे पूरे हुए हैं और नहीं जनहित की कोई योजना भाजपा सरकारें लागू कर सकी हैं। सन् 2019 के चुनावों से जनता को यह मौका मिलेगा कि वह अपने वोट से जनविरोधी, वादाखिलाफ भाजपा का तख्ता पलट दें। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्यकर्ता दिन-रात एक कर दें। याद रहे यह चुनाव भारत के लोकतंत्र को बचाने का है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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