लखनऊ मुस्लिम समुदाय की नई पहल "ग़ैर मुस्लिमो के लिए खोले गए मस्जिद के दरवाज़े
लखनऊ - भारत की गंगा जमुनी तहज़ीब जिसमे सभी धर्मो का आदर और सम्मान होता है पिछले काफी समय से एक अलग ही दिशा में जाती सी लग रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है आपस में विश्वास की कमी होना और दूसरे धर्मो का ज्ञान ना होना अक्सर हम दूसरे धर्मो के बारे में गलत धारणा बना लेते है जिसकी सबसे बड़ी वजह होती है उस धर्म के बारे में सही जानकारी न होना। सही जानकारी हमें तब ही मिल सकती है जब हम आपस में मिले झुलेगे। ऐसे में आज समाज को जोड़े रखने और आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए बहुत ज़रूरी है कि हम आपस में बैठे और न सिर्फ बैठे बल्कि एक दूसरे के धर्मो के बारे में जाने और भ्रांतिया दूर करे।
ऐसी ही एक पहल लखनऊ में देखने को मिली जहा शहर के अलीगंज इलाके की कपूरथला जामामस्जिद में मुस्लिम समुदाय ने मस्जिद दिवस का आयोजन किया जिसमे सभी धर्मो के लोगो के लिए मस्जिद के दरवाज़े खोल दिए गए मस्जिद में आने वाले लोगो का खुले दिल से स्वागत किया गया उन्हें गुलाब का फूल देकर सम्मान दिया गया और उनके सभी सवालो का खुले दिल से जवाब दिया गया और जो भी भ्रांतिया उनको थी उन्हें दूर करने की कोशिश की गई साथ ही उनके धर्मो की जानकारी भी हासिल की गई और मुस्लिम समाज और अन्य धर्मो में जो समानता है उनको भी आपस में बाटा गया। इस कार्यक्रम का मकसद आपसी भाई चारा पैदा करना था और देश में अमन का माहौल बनाना है ताकि मोहब्बत का माहौल और परवान चढ़े और देश तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़े। राष्ट्रीय विकास के लिए ये अत्यंत आवश्यक है कि सभी राष्ट्रवासी चाहे वो किसी भी वर्ग,मत,पंथ,संप्रदाय, विश्वास या विचारधारा के अनुयायी हों,व्यक्तिगत मतभदों एवं मनभेदों को पारस्परिक स्वस्थ चर्चा के माध्यम से सुलझाकर आपस में प्रीतपूर्वक सहयोग की भावना से राष्ट्रीय प्रगति में सक्रिय योगदान देते हुए रहें,जिससे अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर भारतवर्ष एक सर्वाधिक सबल राष्ट्र के रूप में अपना प्रभाव अंकित कर सके।
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