उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक की संस्मरणात्मक पुस्तक ‘चरैवेति!चरैवेति!!’ के सिंधी संस्करण का लोकार्पण सिंधी काउंसिल आॅफ इण्डिया द्वारा 21 फरवरी, 2019 को शिव शांति आश्रम, आलमबाग, लखनऊ किया जायेगा। लोकार्पण समारोह में राज्यपाल श्री राम नाईक सहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव, पूर्व मंत्री डाॅ0 अम्मार रिज़वी मुख्य अतिथि तथा साईं चाण्ड्रू राम साहिब जी, श्री मोहन दास लधानी राष्ट्रीय अध्यक्ष सिंधी कांउसिल आॅफ इण्डिया सहित अन्य पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहेंगे। इसी क्रम में राज्यपाल श्री राम नाईक की पुस्तक ‘चरैवेति!चरैवेति!!’ के अरबी एवं फारसी संस्करण का लोकार्पण 22 फरवरी, 2019 को इण्डिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर, नई दिल्ली में किया जायेगा तथा जर्मन अनुवाद के लोकार्पण की तिथि शीघ्र घोषित की जायेगी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ