दिनांक 20.02.2019 को थाना कोतवाली नगर पुलिस टीम द्वारा सूचना के आधार पर रोडवेज चैराहा के पास से पुरस्कार घोषित अपराधी रामकेश को गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्त थाना कोतवाली नगर पर पंजीकृत मु0अ0सं0 467/468/471/409 व 420 भादवि में वांछित चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी हेतु जनपद स्तर से 25,000 रू0 का पुरस्कार घोषित था।
गिरफ्तार अभियुक्त को जेल भेजा गया।
गिरफ्तार अभियुक्त
1-रामकेश निवासी मोहल्ला चैधराना थाना जायस जनपद अमेठी।
जनपद रायबरेली़/थाना महराजगंज
ऽ 15 हजार रू0 का पुरस्कार घोषित अपराधी गिरफ्तार
ऽ 01 तमंचा 315 बोर, 02 जीवित कारतूस बरामद
दिनांक 20.02.2019 को थाना महराजगंज पुलिस टीम द्वारा सूचना के आधार पर बरेन्दा नहर पुलिया के पास घेराबंदंी कर पुरस्कार घोषित अपराधी मुमताज को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से 01 तमन्चा 315 बोर, 02 जीवित कारतूस बरामद हुए।
उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध जनपद के थाना महराजगंज में मु0अ0सं0 14/2019 धारा 2/3 गैंगेस्टर पंजीकृत है, जिसमे ंअभियुक्त वांछित चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी पर जनपद स्तर से 15 हजार रू0 का पुरस्कार घोषित था।
इस सम्बन्ध में थाना महराजगंज पर अभियोग पंजीकृत कर गिरफ्तार अभियुक्त को जेल भेजा गया।
गिरफ्तार अभियुक्त
1. मुमताज निवासी कस्बा व थाना फुरसतगंज जनपद अमेठी।
बरामदगी
1. 01 तमन्चा 315 बोर, 02 जीवित कारतूस
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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