एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को जनपद मेरठ से कुख्यात अपराधी रू0 25 हजार ईनामी अय्यूब को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
विगत काफी दिनो से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में वांछित पुरूस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में श्री अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 लखनऊ, द्वारा एस0टी0एफ0 की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में श्री बृजेश कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक के निर्देशन में एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, मेरठ में टीमे गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।
अभिसूचना संकलन के दौरान दिनांक 19.02.2019 को मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि कुख्यात अपराधी अय्यूब जिस पर रू0 25 हजार का ईनाम घोषित है, दिल्ली में महरौली की गली नं0-2 में स्थित सागर सैलून में काम कर रहा है। इस सूचना को विकसित करते हुए एवं मुखबिर को साथ लेकर एस0टी0एफ0 मेरठ टीम महरौली दिल्ली में मुखबिर के बताये स्थान पर पहॅूची तो सागर सैलून के बाहर थोड़ी दूर खडे व्यक्ति को दूर से देखकर मुखबिर ने पहचान कर इशारा कर बताया कि यही अययूब है, जो थाना सिविल लाइन जनपद मेरठ से डकैती में वांछित है एवं इस पर 25 हजार रूपयें का इनाम घोषित है। इस पर एसटीएफ मेरठ टीम ने बिना समय गवाए समय 21ः30 बजे रात्री में अय्यूब को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में अय्यूब ने बताया कि वह थाना सिविल लाइन जनपद मेरठ की डकैती में वांछित चल रहा है तथा उस पर रू0 25 हजार का ईनाम जनपद मेरठ से घोषित है। अययूब के विरूद्व जनपद मेरठ के अन्य थानों पर भी अभियोग पंजीकृत है।
गिरफ्तार अभियुक्त अय्यूब के विरूद्ध थाना सिविल लाइन मेरठ द्वारा आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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