लखनऊ - भारतीय जनता पार्टी ने बूथ संपर्क अभियान प्रारम्भ किया। भाजपा के कार्यकर्ता बूथ संपर्क अभियान के तहत अल्पकालिक विस्तारक के रूप में बूथों पर संपर्क के लिए निकले। आज से शुरू हुआ अभियान 02 मार्च तक चलेगा। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, सदस्यों व केन्द्र-प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ ही जन-जन की दहलीज पर पहुंचेगी।
प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अभियान प्रभारी जेपीएस राठौर ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के मूल में सतत जनसंपर्क की अवधारणा है जिसके तहत भाजपा कार्यकर्ता अनवरत रूप से सतत संपर्क करते हुए जनता के साथ जुड़ते है। भाजपा ने बूथ सम्पर्क अभियान के तहत जन-जन के मन तक पहुंचने के अभियान को आज प्रारम्भ किया है। 1 लाख 60 हजार बूथों में एक-एक घर तक सम्पर्क करने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता निकल चुके है। पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी अल्पकालिक विस्तारक के रूप में समय देकर बूथों पर पहुंच रहे है। 2 मार्च तक चलने वाले इस अभियान के तहत केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की दहलीज पर विकास का दीप भी जलाया जाएगा और पार्टी के कार्यकर्ता व सदस्यों के घर पर भाजपा का झण्डा फहराकर दीवार पर मेरा परिवार-भाजपा परिवार लिखा स्टीकर भी चिपकाया जाएगा।
श्री राठौर ने बताया कि बूथ सम्पर्क अभियान के माध्यम से भाजपा मोदी सरकार एवं योगी सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं का बही खाता लेकर जनता के दरबार में पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि देश की यह पहली सरकार है जो अपना लेखा-जोखा लेकर एक-एक घर की कुंडी खटखटाएगी और जनता को अपना हिसाब देगी। बूथ पर सम्पर्क करते हुए जनता की अपेक्षाओं को भी संकलित करके भाजपा अपना संकल्प पत्र तैयार करेगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत चलने वाला विभिन्न अभियानों की जिम्मेदारी प्रदेश उपाध्यक्ष जसवंत सिंह सैनी, प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता, संतोष सिंह, प्रकाश पाल व अमर पाल मौर्य को सौंपी गई।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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