लखनऊ । सदनों में शोषित ,वंचित और पसमांदा समाज के हक़ के लिए लड़ाई लड़नों वालों की तादाद लगातार कम होती जा रही है इस कारण पसमांदा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अकरम अंसारी ने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाकर उनके हक की आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया है जिससे उनकी पार्टी से उनके हक़ की बात करने वाले लोग सदन में जाकर उनकी बात को उठायें। इसी सम्बंध में नवसृजित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अकरम अंसारी द्वारा लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेस कर जन समाज पार्टी बनाये जाने की जानकारी दी गयी । अंसारी ने बताया कि उनका असली मक़सद समाज के सभी दबे कुचले और वंचित लोगों को उनका हक़ दिलाने के लिए प्रयास करना है । उनका संगठन लगभग 15 राज्यों में खड़ा हो चुका है । आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होने बताया कि वह तय करेंगे कि आगामी लोकसभा चुनाव में कितनी सीटों पर लड़ेगे इसका फैसला जल्दी कर लिया जायेगा । एक सवाल में जवाद अंसारी ने बताया कि उनकी पार्टी एक सी विचारधारा वालों से बात करेगी और उनके साथ अगर सीटों को लेकर समझौता हुआ तो साथ मिलकर भी चुनाव लडा जायेगा।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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