सामाजिक व्यवहार और भीड़ से बचें लोग : गहलोत

जयपुर, :: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी धर्मगुरुओं, विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों तथा सभी विपक्षी दलों के नेताओं से प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में राज्य सरकार का सहयोग करने की अपील की।


गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए कर्फ्यू नहीं लगाएगी, लेकिन लोगों को स्वयं ऐसा व्यवहार करना होगा जैसे कि कर्फ्यू लगा है। किसी धार्मिक स्थल पर ताला नहीं लगे, लेकिन धर्मगुरू और समुदाय के पदाधिकारी ऐसा माहौल बनाएं कि श्रद्धालु स्वयं धर्मस्थलों पर नहीं आएं।


गहलोत ने मंगलवार को विपक्षी दलों के नेताओं और धर्मगुरुओं तथा विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकों में कहा कि यदि प्रदेश की जनता अगले 15-20 दिन तक सामाजिक व्यवहार कम रखेगी और भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचेगी तो हम इस बीमारी से जीत जाएंगे।


मुख्यमंत्री के अनुरोध पर विभिन्न सम्प्रदायों के धर्मगुरुओं और प्रतिनिधियों ने एक संयुक्त अपील जारी की, जिसमें प्रदेश को कोरोना वायरस की महामारी से बचाने के लिए 31 मार्च तक धार्मिक स्थलों पर एकत्र न होने और यथासम्भव अपने घरों से ही ईश्वर की प्रार्थना करने का संदेश दिया गया है।


भाजपा के नेता गुलाब चंद कटारिया, भाजपा विधायक कालीचरण सराफ और माकपा, भाकपा, आम आदमी पार्टी सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने बैठक में भाग लिया।


धर्मगुरुओं ने भी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार और चिकित्सकों द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।


कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे ने अंबाला-गंगानगर-अंबाला एक्सप्रेस ट्रेन को 18 से 30 मार्च तक के लिए रद्द कर दिया है। वहीं जयपुर के पर्यटक स्थल सिटी पेलेस म्यूजियम, जयगढ़ किला, आमेर महल और शीलामाता का मंदिर को भी पर्यटकों के लिये 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है।


कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने निवास और पार्टी मुख्यालय पर होने वाली जन-सुनवाई को 31 मार्च तक रद्द कर दिया है।


वहीं, ईरान से जैसलमेर के सेना के केन्द्र में पहुंचे तीन लोगों की जांच नेगेटिव पाई गई है।


एक अधिकारी ने बताया कि तीनों लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाये जाने पर नमूनों को जांच के लिये भेजा गया था। अन्य सभी लोग स्वस्थ हैं और उन्हें जैसलमेर में पृथक रखा गया है।


अब तक राज्य में 467 नमूनों की जांच की गई है। उनमें से चार लोग पॉजिटिव पाये गये हैं, जबकि 445 नेगेटिव और 18 नमूनों की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है।


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