इतालवी दल के संपर्क में आए 215 लोग, 93 के नमूने लिए गए

जयपुर,  :: राजस्थान में घूमने आए इतालवी पर्यटक दल के संपर्क में राज्य के कुल 215 लोग आए जिनमें से 93 के नमूने लिए गए हैं। इस पर्यटक दल के एक सदस्य में कोरोना वायरस पाजिटिव पाया गया है जबकि उनकी पत्नी भी संदिग्ध रोगी है।


राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बुधवार को राज्य विधानसभा में यह जानकारी दी। इस बारे में लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर सरकार की ओर से बयान देते हुए मंत्री ने कहा कि इस पर्यटक दल के संपर्क में आए 93 लोगों के नमूने लिए गए। 51 संदिग्ध रोगियों की जांच रपट निगेटिव आई जबकि 41 की रपट का इंतजार किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि झुंझुनू में 69 व्यक्ति इस दल संपर्क में आए। उनमें से 39 लोगों में लक्षण नजर आए। जोधपुर में 14, बीकानेर में 44, जैसलमेर में 14 व्यक्ति इस दल के संपर्क में आए। उदयपुर में छह में से एक एवं रमादा होटल में छह कर्मचारियों के नमूने जांच के लिए भिजवाए गए हैं। इसी तरह पर्यटक के इलाज में शामिल रहे फोर्टिज अस्पताल में 35 में से नौ कर्मचारी एसएमएस अस्पताल में 35 कर्मचारियों सहित 37 के नमूने जांच के लिए लिए गए हैं।


उन्होंने कहा कि जयपुर एवं आगरा होते हुए दिल्ली पहुंचे इस दल के 15 इतालवी पर्यटक भी कोरोना वायरस पाजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस बीमारी की कोई तय दवा नहीं है और राज्य में संदिग्ध रोगी को एहतियातन उपाय के तौर पर स्वाइन फ्लू के इलाज में काम आने वाली दवा ही दी जा रही है।


उन्होंने कहा कि सरकार ने 50000 पीपीई किट, पांच लाख एन95 व ट्रिपल लेयर मास्क खरीदने के आर्डर दिए हैं।


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इटली कोरोना वायरस से प्रभावित तीसरा सबसे बड़ा देश है। इन पर्यटकों का यह दल दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा था। राज्य सरकार को इनकी स्क्रीनिंग एवं यात्रा योजना की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गयी।


उन्होंने राज्य सरकार द्वारा उठाए कदमों से भी सदन को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि हमने त्वरित प्रतिक्रिया टीम गठित की हैं। राज्य के मेडिकल कॉलेज से जुड़े हुए अस्पतालों में में जांच की सुविधा शुरू की गयी है ताकि नमूने की तत्काल जांच हो और रिपोर्ट मिले।


नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि इस मुद्दे पर पूरा विपक्ष सरकार के साथ है और जरूरी एहतियाती उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समय किसी सरकार एवं प्रशासन पर आरोप लगाने का नहीं है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर लोगों में जो भय एवं आशंका है उसे दूर किया जाना चाहिए। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, कालीचरण सर्राफ एवं अशोक लाहोटी ने भी इस बारे में अपनी राय रखी।


सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा कि विधानसभा में होम्योपैथी क्लीनिक के चिकित्सक ने उन्हें एक निरोधक दवा के बारे में बताया है तो उनकी राय भी ली जा सकती है। इस पर मंत्री ने कहा कि इस बारे में केंद्र एवं डब्ल्यूएचओ ने गाइडलाइन बना रखी है जिसका पालन किया जाएगा।


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