अलप्पुझा, : केरल के एक मस्जिद में जल्द ही एक हिंदू विवाह संपन्न कराया जाएगा जो अपने आप में एक दुर्लभ बात है।
चेरुवल्लि मुस्लिम जमात मस्जिद के परिसर में 19 जनवरी को बिंदु और दिवंगत अशोकन की बेटी अंजू (22) की शादी हिंदू रीति-रिवाज से होगी।
आर्थिक रूप से गरीब दुल्हन के परिवार ने शादी के लिए मस्जिद समिति की मदद मांगी थी।
चेरुवल्लि जमात समिति के सचिव नुजुमुद्दीन अलुमुट्टिल ने पीटीआई भाषा को बताया, "मस्जिद समिति अंजू को 10 तोला सोना और दो लाख रुपये शादी के उपहार के रूप में देगी। शादी हिंदू रीति-रिवाजों से होगी। हमने लगभग 1,000 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की है।"
उन्होंने कहा कि परिवार मस्जिद के पास ही रहता है और 2018 में अशोकन की मौत के बाद परिवार को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, “मैंने उनके छोटे बच्चे की पढ़ाई में व्यक्तिगत रूप से मदद की है।''
नुजुमुद्दीन ने कहा, “शादी का खर्च बहुत अधिक होने के कारण परिवार ने मस्जिद समिति से मदद का अनुरोध किया था। इसलिए, समिति ने परिवार की सहायता करने का निर्णय लिया।”
दूल्हा शरत शशि की 19 जनवरी को सुबह 11.30 से 12.30 बजे के बीच मस्जिद परिसर में अंजू से शादी होगी।
सोशल मीडिया में वायरल हुए शादी के कार्ड में जमात समिति ने कहा है कि वह परिवार के अनुरोध पर शादी का आयोजन कर रही है और उसमें सभी को समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित भी किया गया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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