अमरोहा। थाना नौगांवा सादात क्षेत्र के ग्राम बरखेड़ा निवासी गोल्डी शर्मा अपने भाई से मिलने गजरौला गया था। शुक्रवार को जब वह गजरौला से शुक्रवार को वापस आ रहा था। तब उसको रास्ते में अपरिचित महिला ने हाथ देकर लिफ्ट देने के लिए कहा। श्री शर्मा ने उसको अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा लिया। जब वह महिला मुंडा चौकी के गांव पीपली घोसी के निकट पहुंची तो वह धनौरा अमरोहा रोड पर उतर गई। गोल्डी शर्मा अपने गांव बरखेड़ा सादात आ गया। उसने घर आकर अपना मोबाइल देखा तब वह मोबाइल उसकी जेब में नहीं मिला। उसके पैरों की जमीन खिसक गई। उसने इधर-उधर काफी तलाश किया। मोबाइल नहीं मिला। तब थाने आकर अज्ञात महिला के खिलाफ तहरीर देकर मोबाइल नंबर ट्रेस पर लगवाने और महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील कोतवाल अजय कुमार सिंह से की। इस प्रकार अजनबी महिला को लिफ्ट देने में 15000 रुपए के मोबाइल से हाथ धोना पड़ा।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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