लखनऊ प्राणि उद्यान के मछलीघर में 01 लाॅयन फिश, 04 क्लाउन फिश, 06 डैमासिल और 02 मूनरास फिश लायीं गयीं

नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान लखनऊ में  मछलीघर के समुद्री एक्वेरियम में 01 लाॅयन फिश, 04 क्लाउन फिश, 06 डैमासिल और 02 मूनरास फिश लायी गयी। यह जानकारी निदेशक प्राणि उद्यान, आर0के0 सिंह ने दी।

 सिंह ने बताया कि क्लाउन फिश समुद्री एक्वेरियम के संसार में बहुत ही प्रसिद्ध मछली है। भारत में इसकी कई प्रजातियाँ पायी जाती हैं। उन्होंने कहा कि यह अकेली ऐसी मछली है, जो एनीमोन के साथ रहती है, बाकी मछलियों को एनीमोन पकड़ कर खा जाती है। यह अपने काले सफेद चटक रंग की धारी के कारण बहुत ही सुन्दर लगती है।

उन्होंने बताया कि प्राणि उद्यान में आज लाॅयन फिश भी रखी गयी है। अब इनकी संख्या 02 हो गयी है। लाॅयन फिश के टेंटिकल बहुत ही जहरीले होते हैं। उन्होंने बताया कि अगर किसी के शरीर में यह टेंटिकल चुभ जायें तो जहर से उसकी मौत भी हो सकती है। यह बहुत अच्छी रात्रिचर शिकारी मछली होती है। इसको प्रतिदिन 02 जिन्दा मछली खाने के लिए दी जाती है। अभी तक सबसे बड़ी चार फुट की लाॅयन फिश अमेरिका में पकड़ी गयी है।

निदेशक, प्राणि उद्यान ने बताया कि इसके साथ ही 02 मूनराॅस भी लायी गयी हैं। उन्होंने कहा कि समुद्री जल की मछलियाॅं दर्शकों खासतौर पर छात्रों के लिए आकर्षण का केन्द्र होती हैं।

सम्पर्क सूत्रः सूचना अधिकारीः बी0एल0 यादव

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