राजभवन लखनऊ में आज आयोजित एक कार्यक्रम में राज्यपाल श्री राम नाईक का अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक, उनकी पुत्रियां डाॅ0 निशिगंधा नाईक एवं श्रीमती विशाखा कुलकर्णी, अपर मुख्य सचिव श्री राज्यपाल श्री हेमन्त राव, विशेष सचिव डाॅ0 अशोक चन्द्र, विधिक परामर्शदाता श्री संजय खरे सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
राज्यपाल ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के योगदान के लिये धन्यवाद देते हुये कहा कि राजभवन का प्रदेश में विशेष स्थान है। उत्तर प्रदेश विशाल राज्य है। दुनिया के केवल तीन देश अमेरिका, चीन एवं इण्डोनेशिया की आबादी इससे अधिक है। राज्यपाल का कार्यालय होने से आमजन को अपनी समस्याओं के संबंध में यहाँ से बहुत उम्मीदें होती हैं। ऐसे में राजभवन में कार्य करने वालें लोगों को संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में निरन्तर आगे बढ़ते हुये अच्छा करने का प्रयास करें।
श्री नाईक ने कहा कि पांच वर्षों में राजभवन में कुल 225 कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें पद्म सम्मान से अंलकृत महानुभावों का सत्कार, कुष्ठ पीड़ितों द्वारा 'भजन संध्या', महाराष्ट्र दिवस का आयोजन, 'गीत रामायण', स्वामी विवेकानन्द की मूर्ति स्थापना जैसे अनेक कार्यक्रम शामिल हैं। राजभवन में काम करने वाले कार्मिक कार्य के साथ-साथ रचनात्मक कार्य में भी रूचि लेते हैं, यह प्रशंसा का विषय है। उन्होंने कहा कि उन्हें समाधान है कि वे राजभवन की गरिमा को बढ़ा सके।
अपर मुख्य सचिव श्री हेमन्त राव ने कहा कि राज्यपाल का व्यक्तितव एवं कृतित्व सभी को प्रेरणा देता है। किसी भी कार्य को करने हेतु उनकी विशेष दृष्टि होती है। राज्यपाल द्वारा बताये गये चार मंत्र व्यक्तित्व विकास में सहायक हैं। उन्होंने कहा कि राजभवन के अधिकारियों और कर्मचारियों को राज्यपाल से बहुत कुछ सीखने को मिला है।
इस अवसर पर विशेष सचिव डाॅ0 अशोक चन्द तथा विशेष सचिव एवं वित्त नियंत्रक श्री संजय श्रीवास्तव ने भी अपने विचार रखें। स्वागत उद्बोधन श्री अंजुम नकवी सहायक निदेशक सूचना तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री पारितोष अधिशासी अभियंता विद्युत ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्री कामेश शुक्ल अपर विधि परामर्शदाता ने किया। कार्यक्रम के बाद राज्यपाल ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ मध्यान्ह भोज भी किया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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