औरंगाबाद,: महाराष्ट्र के शिरड़ी हवाईअड्डे पर कम दृश्यता के चलते 14 नवंबर से परिचालकों को सभी उड़ानों को “रोकना” पड़ा है। इसके चलते विभिन्न एयरलाइंस की करीब 84 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं।
शिरड़ी हवाईअड्डे के निदेशक दीपक शास्त्री ने पीटीआई-भाषा को बताया, “हम कम दृश्यता के चलते उड़ानों का परिचालन नहीं कर पा रहे हैं। इस समय शिरड़ी हवाईअड्डे से 14 उड़ानों का परिचालन किया जाता है। लेकिन पिछले छह दिनों में हमने दृश्यता के चलते सभी को रद्द कर दिया।”
शिरड़ी हवाईअड्डे से वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत अक्टूबर 2018 से हुई थी और इस समय विभिन्न स्थानों के लिए यहां से 14 उड़ानों का परिचालन किया जाता है।
उन्होंने बताया कि हवाईअड्डे पर विमानों की आवाजाही के लिए 5,000 मीटर की दृश्यता जरूरी है, लेकिन इस समय दृश्यता 2000 मीटर से अधिक नहीं है। इसलिए 14 नवंबर से उड़ानों का परिचालन नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने आगे बताया, “इस समय सभी परिचालकों को रोका गया है और दृश्यता में सुधार से पहले हम परिचालन शुरू नहीं कर सकते हैं।”
उन्होंने बताया कि हवाईअड्डे में इस समय रात में लैंडिंग की सुविधा नहीं है, लेकिन इस पर काम जारी है और इस साल के अंत तक यहां रात में लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध हो सकती है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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