नयी दिल्ली, - तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायकों के संपर्क में होने से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर कांग्रेस ने उन पर हमला बोला और दावा किया कि अब साफ हो चुका है कि भाजपा ने हार मान ली है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने खुलेआम खरीद-फरोख्त की बात नहीं की है?
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''मोदी जी ने दावा किया है कि वह तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायकों से संपर्क साधे हुए है। क्या ये खरीद फरोख्त नहीं है ? क्या ये खुलेआम ख़रीद फ़रोख़्त की बात नहीं है ? क्या ये भाजपा का राजनैतिक दीवालियापन नहीं दर्शाता है ?''
सुरजेवाला ने दावा किया, ''साफ़ है कि आज चौथे चरण के बाद भाजपा ने पक्का हार मान ली है।''
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम चुनाव के बीच सोमवार को एक सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायक उनके सम्पर्क में हैं और भाजपा के चुनाव जीतने के बाद अपनी पार्टी छोड़ देंगे।
मोदी ने साथ ही तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर भाई-भतीजावाद करने का आरोप लगाया और इस बात पर जोर दिया कि वह अपने भतीजे को पश्चिम बंगाल में राजनीतिक रूप से स्थापित करना चाहती हैं।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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