झूलेलाल पार्क में विभिन्न योजनाओं का होगा लोकार्पण/शिलान्यास
लखनऊ शहर के विकास को गति प्रदान करने के लिये विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास गोमती तट पर बने झूलेलाल पार्क में 07 मार्च 2019 को किया जायेगा, ये जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के तथागत सभागार में कार्यक्रम की तैयारी को लेकर लोक निर्माण विभाग तथा एन0एच0ए0आई0 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के उपरान्त दी। उन्होने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जायेगा। श्री मौर्य ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह एवं मेयर संयुक्ता भाटिया सहित अनेक गणमान्य व्यक्यिों की मौजूदगी में फैजाबाद रोड से कुर्सी रोड 15 किमी0 आउटर रिंग रोड, सुल्तानपुर रोड पर 127 किमी 04 लेन मार्ग, कुकरैल पुल और रिंग रोड से गोमती बैराज तक 06 लेन का लोकार्पण एवं 4700 करोड़ की लागत से 65 किमी0 लम्बा लखनऊ-कानपुर ग्रीन फिल्ड एक्प्रेस-वे, जानकीपूरम में 2.35 करोड़ से ट्रामा सेन्टर, अवस्थापना व 14वें वित्त आयोग की निधि से 78 करोड़ की लागत से 325 सड़के व अन्य कार्यों का शिलान्यास किया जायेगा।
उपमुख्यमंत्री ने एन0एच0ए0आई0 तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कहा कि सड़क निर्माण के जहां पर भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं उन्हे गुणवत्ता के साथ गति प्रदान की जाय ताकि निर्धारित समय के अन्दर उन्हे तैयार कर जनता को समर्पित किया जा सके। उन्होने कहा जहां कहीं पर किसी भी प्रकार की अड़चने हैं उन्हे बैठकर बातचीत से हल करें।
उपमुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है, अतः जिन मदों में धन अभी शेष है और कार्य पूर्ण नहीं हुये हैं वहां पर गुणवत्ता के साथ कार्य को गति प्रदान की जाय तथा जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं उन मार्गों पर मानक एवं साईज के अनुसार सभी स्थलों पर पत्थर लगा दिये जायें किसी भी दबाव में मानक के विपरीत कार्य न करें।
श्री मौर्य ने कहा कि जिन स्थानों पर कार्य की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं मिली है वहां पर जिम्मेदार अभियन्ता से जवाब तलब किया जाय तथा सम्बन्धित ठेकेदार को नोटिस दी जाय। उन्होने कहा कि सड़क के किनारे कटे नहीं होने चाहिये तथा झाड़-झंकार भी सड़क पर न हों, इस बात के निर्देश सड़क पर कार्य करने वाले गेंग को स्पष्ट रूप से होने चाहिए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण मार्गों का निर्माण निर्धारित मानक के अनुरूप तथा भविष्य को ध्यान में रखते हुये किया जाना चाहिये, अतः सभी जोन पाइलट प्रोजेक्ट के तौर पर ग्रामीण मार्गों का निर्माण गुणवत्ता के साथ करते हुये ग्रामीण मार्गों के निर्माण को गति प्रदान करें और सड़क निर्माण के बारे में जनता तथा जनप्रतिनिधियों का फीड बैक भी लें। श्री मौर्य ने वाराणसी में बने सिंगल पिलर पर फोर लेन रोड का उदाहरण देते हुये लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि हमें भी भविष्य को ध्यान में रखकर कार्य योजना बनाकर कार्य करना चाहिये। उन्होने कहा कि कैबिनेट प्रस्ताव, घोषणायें तथा निर्माण से जुड़े जो भी प्रस्ताव आते हैं उनका शासन में नियमित फालोअप किया जाय ताकि उन पर शीघ्र कार्य शुरू हो सके। उन्हाने कहा सभी प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही भेजे जांय।
बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव समीर वर्मा तथा रंजन कुमार, लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष वी0के0 सिंह, प्रमख अभियन्ता आर0सी0 बर्नवाल, श्रेत्रीय अधिकारी एन0एच0ए0आई0 चन्दन वत्स एवं राजीव अग्रवाल सहित एन0एच0ए0आई0 एवं लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अभियन्ता मौजूद थे।
टिप्पणियाँ