सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

भाजपा सरकार में न्यायपालिका अपनी स्वायत्तता खो चुकी है : शाहनवाज़ आलम

 

नई दिल्ली, 18 जून 2025. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान को मज़ाक बताया है जिसमें उन्होंने अगले पांच साल के अंदर देश में ऐसी व्यवस्था लाने की बात कही थी जिसमें एफआईआर से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक से तीन साल के अंदर न्याया मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में सबसे ज़्यादा संकट में न्याय और न्यायपालिका ही हैं जहां विचारधारा और धार्मिक पहचान के आधार पर ज़मानत और सज़ा मिल रही है।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आयी है उसने न्यायपालिका के एक हिस्से को अपने सांप्रदायिक और कॉर्पोरेट परस्त एजेंडे से या तो सहमत होने पर तैयार कर लिया है या बाधा बनने वाले जजों को जस्टिस लोया की स्थिति में पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ख़ुद तड़ीपार रहे हैं और किस तरह वो फ़र्ज़ी मुठभेड़ों के मुकदमों से बरी हुए यह भी किसी से छुपा नहीं है। सबसे अहम कि वो जिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सामने यह बोल रहे थे वो ख़ुद ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपने खिलाफ़ दर्ज दंगे, आगजनी और नफरती भाषण जैसे संगीन मुकदमों से ख़ुद को ही बरी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह जी जिस तरह की न्यायिक व्यवस्था अगले पांच साल में लागू करने की बात कर रहे हैं अगर वैसी न्यायिक व्यवस्था रहती तो अमित शाह जी और योगी जी दोनों अपने उचित जगह पर होते। 

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जिस तरह साम्प्रदायिक जज शेखर यादव को बचा रही है और सुपर कोर्ट मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के विवादित बयान पर मध्य प्रदेश हाइकोर्ट द्वारा स्वतः संज्ञान लेकर शुरू की गई कार्रवाई को रुकवा दे रहा है, वो साबित करता है कि मोदी सरकार में न्यायपालिका अपनी स्वायत्तता खो चुकी है। जिसकी पुनरबहाली के लिए कांग्रेस का सत्ता में आना ज़रूरी है।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी सरकार में मुख्य न्यायाधीश और कॉलेजीयम के स्तर पर आरएसएस से जुड़े अयोग्य व्यक्तियों को न्यायालय में घुसाने का काम किया गया जिन्होंने भाजपा सरकार और आरएसएस के एजेंडे के पक्ष में फैसले दीए। स्थिति इतनी भयानक हो गई कि जज लोग ख़ुद स्वीकार करने लगे कि वो सीधे भगवान से ही पूछ कर फैसले देने लगे हैं। तो वहीं एक मौजूदा सुप्रीम कोर्ट जज पंकज मित्तल तो जम्मू कश्मीर के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए भारतीय संविधान की प्रस्तावना में सेकुलर शब्द की मौजूदगी को ही कलंक बताने लगे। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...