नोएडा, : । जिले के थाना सेक्टर 49 क्षेत्र के बरौला गांव में रहने वाले एक व्यक्ति को पांच व्यक्तियों ने पीट पीट कर बुरी तरह घायल कर दिया। घटना का कारण पुरानी रंजिश बताई जाती है।
थाना सेक्टर 49 के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि बरौला गांव में रहने वाले तरुण चौहान ने घटना को लेकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
शर्मा के अनुसार, चौहान ने अपनी शिकायत में कहा है कि बृहस्पतिवार की शाम करीब छह बजे वह बरौला गांव से अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर मेन रोड की तरफ जा रहा था। इसी दौरान लाठी डंडे ले कर आए पांच व्यक्तियों ने उस पर हमला कर दिया जिसकी वजह से उसे गंभीर चोटें आईं।
पीड़ित का दावा है कि आरोपियों द्वारा की गई पिटाई से वह बेहोश हो गया, तथा उसके हाथ की हड्डी टूट गई।
थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आरोपी फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
थाना प्रभारी के अनुसार, जांच के दौरान पता चला है कि दोनों पक्षों में काफी दिनों से रंजिश चल रही है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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